iihit meaning in braj
ईहित के ब्रज अर्थ
विशेषण, पुल्लिंग
- वांछित , चाहा हुआ
- ढूंढ़ा हुआ , खोजा हुआ, नागरी वर्णमाला का पाँचवाँ स्वर-वर्ण , इसका उच्चारण-स्थान ओष्ठ है , उ' अव्य० भी
- ब्रह्मा
-
नर , उँगरी-उँगली स्त्री० हाथ या पैर की अंगुली
उदाहरण
. गुरु नितंब उँगरी गतकारी पिंडुरी गुल्फ सुढारू ।
ईहित के हिंदी अर्थ
विशेषण
- इच्छित, ईप्सित, चाहा हुआ, बांछित
ईहित के तुकांत शब्द
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