जारज

जारज के अर्थ :

जारज के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • वह बालक जो किसी स्त्री के उप-पति के योग से उत्पन्न हुआ हो , वर्णसंकर

    उदाहरण
    . फिरि हुलस्यौ जिय जोइसी, समुझै जारज-जोगु ।

जारज के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • किसी स्त्री की वह संतान जो उसके जार या उपपति से उत्पन्न हुई हो , दोगली संतति

    विशेष
    . धर्मशस्त्रों में जारज संतान दो प्रकार के माने गए हैं । जो संतान स्त्री के विवाहित पति के जीवनकाल में उसके उपपत्ति से उत्पन्न हो वह 'कुंड' और जो विवाहित पति के मर जाने पर उत्पन्न हो वह 'मोलक' कहलाती है । हिंदु धर्मशास्त्रानुसार जारज पुत्र किसी प्रकार के धर्म कार्य या पिंडदान आदि का अधिकारी नहीं होता ।

जारज के मगही अर्थ

अरबी ; संज्ञा

  • उपपति अथवा उप पत्नी से जन्मी संतान; आठ प्रकार के पुत्रों में से एक

विशेषण

  • उपपति अथवा उपपत्नी से जन्मा

जारज के मैथिली अर्थ

विशेषण

  • पर-पुरुषसँ उत्पन्न (सन्तान)

Adjective

  • born illegitimately.

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