jal-piipal meaning in hindi

जल-पीपल

  • स्रोत - संस्कृत

जल-पीपल के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • पीपल के आकार की एक प्रकार की गंधहीन औषधि

    विशेष
    . इसका पेड़ खड़े पानी में उत्पन्न होता है । पत्तियाँ बेंत की पत्तियों से मिलती जुलती और कोमल होती हैं । इसके तने में पास पास बहुत सी गाँठें होती हैं और इसकी डालियाँ दो ढाई हाथ लंबी होती हैं । इसके फल पीपल के फल की तरह होते हैं, पर उनमें गंध नहीं होती । यह खाने में तीखी, कड़ुई, कसैली और गुण में मलशोधक, दीपक, पाचक और गरम होती है । इसे 'गंगतिरिया' भी कहते हैं ।

    उदाहरण
    . जलपीपल की फली औधष के रूप में प्रयोग की जाती है ।

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