jap meaning in braj
जप के ब्रज अर्थ
सकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, सकर्मक
- जाप , मनन
- किसी मंत्र या वाक्य का बार-बार उच्चारण करना; यज्ञ करना
जप के अँग्रेज़ी अर्थ
Noun, Masculine
- adoration by way of repeating passages from scriptures, sacred formulae or a deity's name, etc
जप के हिंदी अर्थ
संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग
- [वि॰ जपतव्य, जपनीय, जपी, जप्य]
- किसी मंत्र या वाक्य का बार बार धीरे धीरे पाठ करना
- पूजा या संध्या आदि में मंत्र का संख्यापूर्वक पाठ करना
- जापक, जपनेवाला, जैसे, कर्णेंजप
जप के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएजप के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएजप के अवधी अर्थ
जाप
संज्ञा,
- जपने का क्रम
जप के कुमाउँनी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- जपने या जाप करने की क्रिया या भाव, वह शब्द या मंत्र जिस का उच्चारण पूर्ण भक्ति भाव से किया जाए एक धार्मिक अनुष्ठान जिसके अन्तर्गत पंडितों से माला जपने व मंत्र पढ़ने का कार्य कराया जाता है
जप के गढ़वाली अर्थ
जाप
संज्ञा, पुल्लिंग
- ईश्वर का मौन स्मरण
Noun, Masculine
- a silent repetition of a mantra.
जप के बुंदेली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- जाप, मन्त्र का पुनःपुन: उच्चारण
जप के मगही अर्थ
हिंदी ; संज्ञा
- मंत्र, वाक्य, नाम आदि को निष्ठा के साथ बार-बार दुहराने की क्रिया, जाप; पूजा आदि में मंत्र अथवा नाम का मूक, धीरे-धीरे अथवा सस्वर आवृत्ति; खाद्य पदार्थ गटकने अथवा निगलने की क्रिया
जप के मैथिली अर्थ
संज्ञा
- जपनाइ
Noun
- repeating sacred words in whisper.
जप के मालवी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- जाप, चुप (जपीजा) किसी मंत्र, नाम या वाक्य का बार-बार उच्चारण करना।
जप के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा