झर

झर के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

झर के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • अप्रिय ध्वनि, कोलाहल

संज्ञा

  • पूर्व वर्ष झरल बीआसँ अनेर उपजल धान आदि जजात जे गुणमे हीन होइत अछि
  • (लाक्ष) अधम कोटिक वृक्ष/व्यक्ति

Noun

  • latter, disturbing/annoying noise.

Noun

  • plant grown wildly out of seeds dropped off in previous season.
  • (fig) plant/person of uncultivated quality.

    उदाहरण
    . ई मनुख नहि, मनुखक झार थिक

झर के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • पानी गिराने का स्थान, निर्झर
  • झरना, सोता, चश्मा, पर्वत से निकलता हुआ जलप्रवाह
  • समूह, झुड
  • तेजी, वेग

    उदाहरण
    . प्रात गई नीके उठि ते घर । मैं बरजी कहाँ जाति री प्यारी तब खीझी रिस झर ते ।

  • झड़ी, लगातार दृष्टि
  • किसी वस्तु की लगातार वर्षा

    उदाहरण
    . वर्षत अस्त्र कवच सर फूटे । मघा मेघ मानो झर जुटे । . सूरदास तबही तम नासौ ज्ञान अगिन झर फूटै । . पावक झर ते मेह झर दाहक दुसह बिसेखि । दहै देह वाके परस याहि दृगन की देखि ।

  • आँच, ताप, लपट, ज्वाला, झाल

    उदाहरण
    . श्याम अंकम भरि लीन्हीं विरह अगिन झर तुरत बुझानी । . नेकु न झुरसी बिरह झर नेह लता कुंभिलाति । नित नित होत हरी हरी खरी झालरति जाति । . श्याम गुणराशि मानिनि मनाई । रह्यो रस परस्पर मिटयो तनु बिरह झर भरी आनंद प्रिय उन न माई । . सटपटाति सी ससिमुखी मुख घूँघट पट ढाँकि । पावक झर सी झमकि कै गई झरोखे झाँकि ।

  • ताले का खटका, ताले की भीतर की कल, ताले का कुत्ता

झर के अंगिका अर्थ

क्रिया

  • गिरना

संज्ञा, पुल्लिंग

  • वर्षा, पहाड़ से निकला हुआ झरना, सोता, झंउ समूह, लगातार वृष्टि, लपट, ताले के भीतर का भाग जिसको ताली हटाकर खोलती है

विशेषण

  • समाप्त गिरना, पेट खराब होना, खर्च

झर के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • झड़ी, जल प्रवाह की ध्वनि

झर के ब्रज अर्थ

झरी, झिरना, झरना

स्त्रीलिंग

  • झड़ी

    उदाहरण
    . पावक झर ते मेह झर, दाहक दुसह बिसेखि ।

  • लपट , ज्वाला

    उदाहरण
    . नैंक न झुरसी बिरह-झर नेह-लता कुम्हिलाति ।

  • आग

    उदाहरण
    . हार के मुतिया उर झर माँही ।


अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, अकर्मक

  • झरना, सोता

    उदाहरण
    . झिरना झिरै पपान सिंह राफित चिक्कार ।

  • ऊँचाई से नीचे गिरने वाला सोता; झड़ना

    उदाहरण
    . रनित भृग-घंटावली, झरति दान मधु-नीरु ।

झर के मगही अर्थ

संज्ञा

  • वर्षा की झड़ी; लगातार होने वाली वृष्टिः (जोर) पतला सोता, पहाड़ी या बरसाती सोता, झरना; (झड़); ताले का खटका, झड़

  • अशिष्ट; ऊसठ बात करने वाला; डाह या द्वेष करने वाला

झर के मालवी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • पानी का झरना, स्रोत, समूह, लगातार, वृष्टि, पानी की झरप।

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