झोल

झोल के अर्थ :

झोल के मगही अर्थ

अरबी ; संज्ञा

  • छत, दीवार आदि की धूल-गर्द; मकड़जाल; सब्जी का रस्सा, झोर, कढ़ी; ताने अथवा पहने कपड़े का ढीला होकर लटकता अंश; कपड़े का ढीला होने, लरकने अथवा लटकने की स्थिति; झुलंग खाट, खाट जिसकी बिनावट ढीली हो; झलाई कर चढ़ाया गया मुलम्मा; झुलसने या आग पर पकाने की क्रिया

झोल के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • bagginess
  • sagging looseness
  • rumple, pucker
  • soup
  • broth
  • a fine coating of a metal

झोल के हिंदी अर्थ

हिंदी ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • तरकारी आदि का गाढ़ी रसा, शोरबा
  • किसी अन्न के आटे में मसाले देकर कढ़ी आदि की तरह पकाई हुई कोई पतली लेई
  • वह झिल्ली या थैली जिसमें गर्भ से निकले हुए बच्चे या अंडे रहते हैं , जैसे, कुतिया का झोल, मुरगी का झोल, मछली का झोल आदि
  • गर्भ

    उदाहरण
    . भक्ति बीज बिनसै नहीं आय परे जो झोल । जो कंचन बिष्ठा परे घटै न ताको माल ।

  • माँड़, पीच
  • मुलम्मा या गीलट जो धातुओं पर चढ़ाया जाता है, क्रि॰ प्र॰—करना, — चढ़ाना, —फेरना

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • पहने या ताने हुए पकड़ों आदि में वह अंश जो ढीला होने के कारण झूल या लटककर झोले की तरह ही जाता है, जैसे, कुरते या कोट में का झोल, छत की चाँदनी में का झोल आदि
  • राख, भस्म, खाक

    उदाहरण
    . आगि जो लगी समुद्र में टुटि टुटि खसै जो झोल । रोवै कबिरा डिंभिया मोरा हिरा जरै अमोल । . तुम बिन कंता धन हरछै (हृदै या हृदै) तृन तृन बरमा जोल । तेहि पर बिरह जराइ के चहै उड़ावा झोल ।

  • कपड़े आदि के ढीले होने के कारण उसके झूलने या लटकने का भाव या क्रिया, तनाव या समाब का उलटा, क्रि॰ प्र॰— डालना, —निकलना, — निकालना, — पड़ना
  • दाह, जलन
  • पल्ला, आँचल

    उदाहरण
    . फूली फिरत जसोदा घर घर उबटि कान्ह अन्हवाय अमोल । तनक बदन दोउ तनक तनक कर तनक चरन पोंछत पट झोल ।

  • परदा, ओट, आड़

    उदाहरण
    . ऊधो सुनत तिहारो बोल । ल्याए हरि कुसलात धन्य तुम घर घर पारयो गोल । कहन देहु कहु करै हमरो बन उठि जैहे झोल । आवत ही याको पहिचान्यो निपटहि ओछो चोल ।

  • हाथी की चाल का एक ऐब जिसके कारण वह बिल्कुल सीधा न चलकर बराबर झूलता हुआ ���लता है

संज्ञा, पुल्लिंग

  • भूल, गलती, जैसे— गदहे की गौने में नौ मन का भोल, —(कहा॰)

झोल से संबंधित मुहावरे

झोल के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मकरे का जाला, ढ़ीला, निकम्मा, सब्जी का रस

झोल के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कपड़े के किसी अंश का ढीला होने के कारण पड़ने वाली लटकन

झोल के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कालिख, कालिमा, 'तवैर झोल लागण' मुहावरे का शाब्दिक अर्थ-'तवे पर झोल' है परन्तु लाक्षणिक है; सम्पदा बढ़ना या समृद्धि की ओर अग्रसर होना; कपड़ों पर पड़ने वाली सलवट, झुर्रियाँ, रसदार तरकारी, धुवें से उत्पन्न कालिख एवं जाले, 'धुवैल पर कुड़ि भितेर झोल लागि गयो

झोल के गढ़वाली अर्थ

झोळ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कपड़े का वह अंश जो ढीला होने के कारण लटक जाए; रसदार साग

Noun, Masculine

  • sagging, looseness, rumple; curry.

झोल के बघेली अर्थ

  • जिसका अर्थ होता है पीछे हटना, धोखा होना, चक्कर आना

झोल के बज्जिका अर्थ

संज्ञा

  • गढ़ा, मकड़ी का जाला

झोल के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • शाक, माँस आदि का रसा, जली हुई वस्तु

झोल के ब्रज अर्थ

  • तरकारी आदि का रसा, जिसमें तरकारी के टुकड़े इधर-उधर दिखाई देते हैं , कढ़ी

झोल के भोजपुरी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मकड़ी का जाला;

    उदाहरण
    . काल्ह झोल झड़ाई।

Noun, Masculine

  • spider web.

झोल के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • लटकल तन्तु आदिक मध्य भागमे भारवंश धनुषाकार अवनति
  • धुआँ आदिसँ मलिछ भेल मकराक लटकल सूत

Noun

  • sag.
  • spider's web fibre blackened with smoke and dust.

झोल के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • तरकारी आदि का गाढ़ा रस, धातु पर किया गया मुलम्मा।

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