jihvaarog meaning in hindi

जिह्वारोग

  • स्रोत - संस्कृत

जिह्वारोग के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • जीभ का रोग

    विशेष
    . सुश्रुत के मत से यह पाँच प्रकार का होता है। तीन प्रकार के कंटक जो वात, पित्त और कफ़ के प्रकोप से जीभ पर पड़ जाते हैं, चौथा अलास जिसमें जिह्वा के नीचे सूजन हो जाती है और पाँचवाँ उपजिह्विका जिसमें जिह्वा के मूल में सूजन हो जाती है और टपकती हैं। इन पाँचों में अलास असाध्य है। इसमें जीभ के तले की सूजन बढ़कर पक जाती है।

जिह्वारोग के तुकांत शब्द

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