jiivak meaning in braj

जीवक

जीवक के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - जीउक, जिवक

जीवक के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • प्राणी ; महाजन ! ३, सपेरा ; सेवक

जीवक के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • सजीव प्राणी या वह जिसमें प्राण हो, प्राण धारण करने वाला
  • आयुर्वेद के एक प्रसिद्ध आचार्य जो बौद्ध परपंरा के अनुसार ईस्वी पूर्व चौथी या तीसरी शताब्दी में थे
  • क्षपणक
  • साँप पालने तथा उसे नचाने वाला व्यक्ति, सँपेरा
  • सेवक
  • ब्याज लेकर जीविका करने वाला , सूदखोर, महाजन
  • पीतसाल का वृक्ष
  • एक जड़ी या पौधा

    विशेष
    . भावप्रकाश के अनुसार यह पोधा हिमालय के शिखरों पर होता है । इसका कद लहसुन के कंद के समान और इसकी पत्तियाँ महीन और सारहीन होती है । इसकी टहनियों में बारीक काँटे होते हैं और दूध निकलता है । यह अष्टवर्ग औषध के अंतर्गत है और इसका कंद मधुर, बलकारक और कामोद्दीपक होता है । ऋषभ और जीवक दोनों एक ही जाति के गुल्म हैं, भेद केवल इतना ही है कि ऋषभ की आकृति बैल की सींग की तरह होती है और जीवक की झाडू की सी ।

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