kaaraNmaalaa meaning in braj
कारणमाला के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
- काव्य में अर्थालंकार विशेष
कारणमाला के हिंदी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- हेतुओं की श्रेणी
- काव्य में एक अर्थालंकार जिसमें किमी क्रण से उत्पन्न क्र्य पुनः किसी अन्यकार्य का कारण होता हुआ वर्णन किया जाय, जैसे—दल ते बल, बल ते विजय, ताते राज हुलास, कृत ते सुत, सुत ते सुयश, यश ते दिवि नहँ वास
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