kaarya-kaara.na-sambandh meaning in hindi

कार्य-कारण-संबंध

  • स्रोत - संस्कृत

कार्य-कारण-संबंध के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • कार्य और कारण का पारस्परिक योग

    विशेष
    . मीमांसा में इसका प्रतिपादन अन्वयव्यतिरेक सिद्धांत द्वारा किया गया है, जिसका सूत्र है—तदभावे भावः तदभावे अभावः । इसकी प्रथम अभिव्यक्ति शाबर भाष्य में हुई है । जिसके होने पर जो होता है और न होने पर नहीं होता है, वही कार्य—कारण—संबंध की स्थिति होती है । यह उन नैयायिक कार्य—कारण—संबंध सेभिन्न है जिसका प्रयोग वे ब्यार्ति की सिद्धि के लिये करते हैं ।

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