kaay meaning in braj
काय के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
-
देह , शरीर
उदाहरण
. काया-ग्राम मसाहत करिक ।
काय के हिंदी अर्थ
संस्कृत ; विशेषण
- प्रजापति संबंधी, जैसे, कायतीर्थ, कायहवि इत्यादि
संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग
-
शरीर , देह , बदन , जिस्म
उदाहरण
. कछु ह्यवै न आइ गयो जन्म जाय । अति दुर्लभ तन पाइ कपट तजि भजे न राम मन बचन काय । - प्रजापति तीर्थ , कनिष्ठा उँगली के नीचे का भाग , विशेष—मनु ने तर्पण, आचमन संकल्प आदि की पवित्रता के विचार से अंगों तीर्थ नाम से विभाग किए हैं
- प्रजापति का हवि , वह हवि जो प्रजापति के निमित्त हो
- प्राजापत्य विवाह
- मूल धन , असल
- वस्तु स्वभाव , लक्षण
- लक्ष्य
- समुदाय , संघ ९
- बौद्ध- भिक्षुओं का संघ , १० पेड़ का तना या काण्ड
- तारों के अलावा वीण का रुप या ढाँचा
- निवासस्थान
हिंदी ; अव्यय
-
'काहे'
उदाहरण
. आग लगी क्या देखत अधे काय के खातर सोया जू ।
काय के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएकाय के अंगिका अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- कजली, सेवार, जिभ पर बैठने वाला पदार्थ
काय के बुंदेली अर्थ
सर्वनाम
- क्यों, किसलिए, उदा. कायखौं, काय सें
काय के मैथिली अर्थ
संज्ञा
- शरीर
Noun
- body, bulk.
काय के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
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