ककुद

ककुद के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

ककुद के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पुट्टा, बैल के कंधे पर का कूबड़

ककुद के हिंदी अर्थ

ककुद्, कुकुद

विशेषण

  • प्रधान, श्रेष्ठ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • बैल के कंधे का कूबड़, डिल्ला
  • राजचिह्न

    उदाहरण
    . ककुद साधु के अंग ।

  • वह पिता जो अपनी कन्या को विधिवत् पूरी साजसज्जा के साथ दान करता है
  • देखिए : ककुद्'
  • चोटी, शिखर
  • सींग, ३, राजचिह्न
  • बैल का डिल्ला

    उदाहरण
    . जब तें तेरे कुचि, रुचिर, हरि हेरे भरि नेन । कनक कलस कंबुक कुमुद, नीके तनक लगें न ।

  • बैल या साँड आदि के कंधे पर का उठा हुआ कूबड़
  • पर्वत शिखर; पर्वत की चोटी
  • साँड़ या बैल के कंधे का डिल्ला; कूबड़
  • राज-चिह्न
  • चोटी, शिखर
  • बैल के कंधों पर का डिल्ला

ककुद के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • बैल के कंधे और पीठ के बीच वाला ऊँचा, गोल और मांसल भाग जिसे 'डिल्ला' कहते हैं

    उदाहरण
    . बृत्त बेल भनि गुच्छ अरु, ककुद, साधु के अंग ।

  • राज चिह्न; पर्वत-विशेष

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