कलापी

कलापी के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

कलापी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मोर

    उदाहरण
    . पैड़े परे पापा ये कलापी निस द्योस ज्यौही, चातक। घातक त्यौं ही तू हू कान फोरि लै। . मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है।

  • कोकिल, कोयल
  • बरगद का पेड़, वटवृक्ष
  • वैशंपायन का एक शिष्य
  • मयूर के नृत्य का समय (जब मयूर अपनी पूँछ के पंखों को फैलाता है)

विशेषण

  • तूणीर बाँधे हुए, तरकशबंद
  • कलाप व्याकरण पढ़ा हुआ
  • झुंड में रहने वाला
  • पूँछ या दूम फैलाने वाला (मोर)

कलापी के ब्रज अर्थ

  • समूह , झुंड
  • मोर
  • मोर की पूंछ ।; पूला, मुट्ठा ; बाण ; तरकश ; कमरबंद, पेटी, ८. करधनी , 9. चन्द्रमा , १०. कातंत्र व्याकरण , ११. व्यापार , १२. संस्कृत व्याकरण के एक प्रसिद्ध पंडित का नाम, १३. वह ऋण जो मयूर के नाचने की ऋतु में चुकाया जाय १४. भागवत के अनुसार एक

पुल्लिंग

  • दे० 'कलाप' ; वट वृक्ष ; वैशम्पायन का एक शिष्य ; कलापि नामक व्याकरण का पढ़ा हुआ

विशेषण

  • तरकशबंद , तूणीर बांधे हुए; झुंड में रहने वाला

कलापी के मैथिली अर्थ

संज्ञा, आलंकारिक

  • मयूर

Noun, Classical

  • peacock.

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