kanaa meaning in kannauji
कना के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- कढ़ाई पकड़ने का कुण्डा
कना के हिंदी अर्थ
संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग
- कन्या, सबसे छोटी लड़की
संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग
- 'कन'
- सरकंडा, सरपत
- अन्न का दाना
- किसी चीज का छोटा टुकड़ा, कण
संस्कृत ; क्रिया-विशेषण
-
समीप, जैसे,—मेरे कने आओ
उदाहरण
. चाहि बिना चिंतामणि क्या दें । ल्यूँ सेवक स्वामी कना क्या ले ।
हिंदी ; संज्ञा, पुल्लिंग
- ईख में होनेवाला एक रोग जिससे ईख पर पतलोई के अंदर कीड़े लग जाते हैं और उसकी बाढ़ मारी जाती है
कना के अवधी अर्थ
- कण; चावल, गेहूँ आदि अन्न के छोटे टुकड़े, अन्न का मैल
कना के गढ़वाली अर्थ
- कैसा?
- how? in what way?.
कना के बघेली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- चावल के वाह्य पर्त का चूर्ण कण
कना के ब्रज अर्थ
पुल्लिंग
- दे० 'कण'
- ईख में होने वाला एक प्रकार का रोग
कना के मगही अर्थ
देशज ; संज्ञा
- ईख का एक रोग जिसमें पूरा पौधा या अंश रसहीन, मिठासहीन और लालरंग का हो जाता है; फल का आंशिक सड़न, दे. 'कन'
कना के तुकांत शब्द
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