karaN meaning in garhwali
करण के गढ़वाली अर्थ
सकर्मक क्रिया
- करना
Transitive verb
- to do, to perform
करण के अँग्रेज़ी अर्थ
Noun, Masculine
- articulation
- articulator
- instrumental case
- an organ
- instrument
- function
- doing
करण के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- व्याकरण में वह कारक जिसके द्वारा कर्ता क्रिया को सिद्ध करता है, जैसे—छड़ी से साँप मारो, इस उदाहरण में 'छड़ी' 'मारने' का साधक है अतः उसमें करण का चिन्ह 'से' लगाया गया है
- हथियार, औज़ार
-
इंद्रिय
उदाहरण
. विषय करन सुर जीव समेता। सकल एक से एक सचेता। - देह
-
क्रिया, कार्य
उदाहरण
. कारण करण दयालु दयानिधि निज भय दीन डरे। - स्थान
- असाधारण कारण
-
ज्योतिष में तिथियों का एक विभाग
विशेष
. एक-एक तिथि में दो-दो करण होते हैं। करण ग्यारह हैं जिनके नाम ये हैं—वव, वालव, कौलव, तैतिल, गर, वणिज, विष्टि, शकुनि, चतुष्पद, किंतुघ्न और नाग। इनके देवता यथाक्रम ये हैं—इंद्र, कमलज, मित्र, अर्यमा, भू, श्री, यम, कलि, वृष, फणी, मारुत। शुक्ल प्रतिप्रदा के शेषार्ध से कृष्णों चतुर्दशी के प्रथमार्ध तक वव आदि प्रथम सात करणों की आठ आवृत्तियाँ होती हैं। फिर कृष्ण चतुर्दशी के शेषार्ध से शुक्ल प्रतिप्रदा के प्रथमार्ध तक शेष चार करण होते हैं। -
नृत्य में हाथ हिलाकर भात बताने की क्रिया
विशेष
. इसके चार भेद हैं—आवेष्ठित, उद्वेष्ठित, व्यावर्तित और परिवर्तित, जिसमें तिरछे फैले हुए हाथ की उँगलियाँ तर्जनी से आरंभ कर एक एक करके हथेली में लगाते हुए हाथ को छाती की ओर लाएँ, उसे आवेष्ठित कहते हैं, जिसमें इसी प्रकार एक एक उँगली उठाते हुए हाथ को लाएँ उसे उद्वेष्टित कहते हैं, जिसमें तिरछे फैले हाथ की उँगलियाँ कनिष्ठिका से आरंभ कर एक एक करके हथेली में मिलाते हुए छाती की ओर लाएँ, उसे व्यावर्तित कहते हैं और जिसमें इसी प्रकार उँगलियाँ उठाते हुए हाथ को लाएँ उसे परिवर्तित कहते हैं। - गणित (ज्योतिष) की एक क्रिया
-
एक जाति विशेष
विशेष
. ब्रह्मवैवर्तपुराण के अनुसार ये लोग लिखने का काम करते थे। - कायस्थों का एक अवांतर भेद
- असम, बर्मा और स्याम की एक जंगली जाति
- वह संख्या जिसका पूरा-पूरा वर्गमूल निकल सके, करणीगत संख्या
- क्षेत्र
- लिखित या लेख प्रमाण
- परमात्मा
- एक रतिबंध
- धार्मिक कृत्य
- हेतु, कारण, उद्देश्य
- उच्चारण
- करणी का कार्य या प्रयोग
- वराह मिहिर की एक कृति जिसमें ग्रहों की गति का विवेचन है
-
कान
उदाहरण
. शंभु शाज्ञसन गुण करौं करणालंबित आज। -
(महाभारत) कौरव पक्ष के एक महारथी जो कुंती की कुमारी अवस्था में उत्पन्न माने जाते हैं, कर्ण
उदाहरण
. मारयो करण गंगसुत द्रौना। सबको मारि कियो दल सूना।
विशेषण
-
करने वाला
उदाहरण
. दादू दुख दूरि करण, दूजा नहिं कोई।
करण के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएकरण के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएकरण के कन्नौजी अर्थ
करन
संज्ञा, पुल्लिंग
- कर्ण, कुंती-पुत्र, अंगराज
- कान
करण के कुमाउँनी अर्थ
सकर्मक क्रिया
- कृत कार्य, करने योग्य कार्य, कर्तव्य
करण के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- व्याकरण का तीसरा कारक
- हथियार
- इंद्रिय
- देह
- करना, क्रिया
- स्थान
- हेतु
- तिथियों का एक विभाग
- नृत्य-कला में हाथ द्वारा प्रदर्शन विशेष
- गणित में वह संख्या जिसका वर्गमूल पूरा-पूरा न निकल सके
- जाति विशेष
- योगियों का एक आसन
- कान
करण के मैथिली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- करना, सम्पादन
- साधन, उपकरण
- (व्याकरण ) एक कारक
- प्रशासनिक/न्यायिक प्रतिष्ठान
- सचिवालय
Noun, Masculine
- doing, acting, performing.
- means, instrument.
- instrumental case (in gr.).
- administrative/judicial establishment, secretariat.
करण के मालवी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- दानी कर्ण, व्याकरण में एक कारक, कान।
करण के तुकांत शब्द
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