karank meaning in angika
करंक के अंगिका अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- खोपड़ी
- कंकाल, ठठरी
- कंगाल
करंक के हिंदी अर्थ
संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग
- सिर का ऊपरी और सामने वाला भाग, मस्तक
- संन्यासियों का जलपात्र जो धातु, लकड़ी या दरियाई नारियल आदि का होता है, करवा, कमंडलु
- नारियल की खोपड़ी, नरियरी
-
शरीर के अंदर हड्डियों का ढाँचा, अस्थि-पंजर, ठठरी
उदाहरण
. चारों ओर दौरे नर आए ढिग टरि जानी ऊँट— के करंक मध्य देह जा दुराई है। जग दुर्गंध कोई ऐसी बुरी लागी जामें बहु दुर्गँध सो सुगंध लौ सराही है। . कागा रे करंक परि बोलइ। खाइ मास अरु लगही डोलइ।
देशज ; संज्ञा, पुल्लिंग
- भोज में अनाहुत रूप में डटने और भोजन किए बिना न हटने वाला व्यक्ति, कँगला
करंक के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएकरंक के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएकरंक के मैथिली अर्थ
करङ्क
संज्ञा, पुल्लिंग
- कंकाल
Noun, Masculine
- skeleton
करंक के तुकांत शब्द
संपूर्ण देखिए
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