karavar meaning in braj

करवर

करवर के अर्थ :

  • स्रोत - देशज

करवर के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • कठिनाई ; क्लेश , संकट

    उदाहरण
    . करवर बड़ी टरी मेरे की।

  • तलवार ; बाहुबल

करवर के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • अलप , घात , विपत्ति , औचट , आफत , संकट , आपत्ति , कठिनाई , मुसीबत , जानजोखिम

    उदाहरण
    . कुँवरि सों कहति वृषभानु घरनी । . ईश अनेक करवरै टारी । — तुलसी (शब्द॰) । . क्यों मारीच सुबाहु महाबल प्रबल ताड़का मारी । मुनि प्रसाद मेरे राम लखन की विधि बड़ि करवरैं टारी । — तुलसी (शब्द॰) ।

  • बडी करवर टरी साँप सों ऊबरी, बात के कहत तोहि लगति जरनी , —सूर (शब्द॰ ) , (घ) बुझहु जाय तात सों बात
  • जब ते जनम भयो हरि तेरो कितने करवर टरे कन्हाई , सूर स्याम कुल देवनि तोको जहाँ तहाँ करि लिए सहाई , —सूर (शब्द॰) , क्रि॰ प्र॰—टलना , —पड़ना

करवर के तुकांत शब्द

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