karuN ras meaning in braj

करुणरस

करुणरस के अर्थ :

करुणरस के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • नौ रसों में से एक

करुणरस के हिंदी अर्थ

संज्ञा

  • काव्य के नौ रसों में से तीसरा रस जिसका संचार वियोग, शोक आदि से उत्पन्न विकट दुःख के कारण होता है

    उदाहरण
    . यह कविता करुण रस से ओत-प्रोत है ।

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