kau.nkir meaning in braj

कौंकिर

कौंकिर के अर्थ :

कौंकिर के ब्रज अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • काँच की किरिच, हीरे की कनी

    उदाहरण
    . कौंकिर खै मरि जैहों।

कौंकिर के हिंदी अर्थ

संस्कृत, हिंदी ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • हीरे आदि की कनी, काँच की किरिच, काँच का नुकीला टुकडा, काँच की रेत

    उदाहरण
    . हो ता दिन कजरा मैं दैहौं। जा दिन नंदनँदन के नैनन अपने नेन मिलैहौं, सुन री सखी इहै जिय मेरे भूलि न और चितैहौं। अब हठ सूर है मत मेरो कौंकिर खै मरि जैहौं।

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