ख के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

ख के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • हिंदी वर्णमाला में स्पर्श व्यंजन के अंतर्गत 'क' वर्ग का दूसरा अक्षर, यह महाप्राण है और इसका उच्चारण कंठ से होता है, क, ग, घ, और ङ इसके सवर्ण हैं

    उदाहरण
    . ख का उच्चारण कंठ से होता है।

  • गड्ढा, गर्त
  • ख़ाली स्थान
  • निर्गम, निकास
  • छेद, बिल
  • इंद्रिय
  • गले की वह नाली जिसमें प्राणवायु आती जाती है
  • कुआँ
  • तीर का घाव
  • गाड़ी के पहिए की नाभि का छेद जिसमें धुरा रहता है, आख्यान
  • आकाश, स्वर्ग, देवलोक
  • कर्म, क्रिया
  • जन्मकपंडली में दसवाँ स्थान
  • शून्य
  • बिंदु, सिफ़र
  • ब्रह्म
  • शब्द
  • अभ्रक
  • मोक्ष, निर्वाण
  • नगर, शहर
  • समझ, बोध
  • झरना
  • कूप, कुआँ
  • सूर्य
  • क्षेत्र

ख के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Masculine

  • the second consonant and the second member of the first pentad (i.e. कवर्ग) of the Devna:gri: alphabet
  • used in Sanskrit compound words to mean the sky (as खग, खगोल, etc)

ख के अंगिका अर्थ

ख:

  • हैय अंगिका वर्णमाला में स्पर्श व्यंजन केरों अंतर्गत 'क' वर्ग रों दोसरों वर्ण छेकय, हेकरों उच्चारण स्थान कंठ छै

ख के कन्नौजी अर्थ

  • देवनागरी वर्णमाला के 'क' वर्ग का दूसरा व्यंजन वर्ण इसका उच्चारण स्थान कंठ है

ख के कुमाउँनी अर्थ

  • निश्चय, पका, स्थिर निश्चय, पक्का भरोसा परिणाम (नेवा०)

संज्ञा

  • स्व स्व, स्व का तदुपरांत ख, (ने०वृ० को०)स्वर् सिर→ख्वर, श्वसुर खुसुर

ख के गढ़वाली अर्थ

  • देवनागरी वर्णमाला का दूसरा व्यंजन वर्ण
  • second consonant of the Devnagari alphabet.

ख के बुंदेली अर्थ

  • हिंदी वर्णमाला देवनागरी लिपि के 'क' वर्ग का द्वितीय व्यंजन वर्ण, इसका उच्चारण स्थान कंठ्य है

ख के ब्रज अर्थ

  • नागरी वर्णमाला का द्वितीय व्यंजन
  • आकाश

    उदाहरण
    . जब धरती ख कपोत सब नटेदेखि ग्रिव भेख।

  • शून्य स्थान
  • गड्ढा
  • छिद्र
  • बिल
  • निकास
  • श्वास नलिका
  • इंद्रिय
  • ब्रह्म
  • मोक्ष

ख के मैथिली अर्थ

  • वर्णमाला का दूसरा व्यंजन
  • 2nd consonant of alphabet.

ख के मालवी अर्थ

  • मालवी एवं देवनागरी वर्णमाला का व्यंजन

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