kha.nbhaar meaning in braj
खँभार के ब्रज अर्थ
-
शोक , दुख ; घबराहट, खलबली
उदाहरण
. सुरनि मन पर्यो खंभारौ । -
भय , चिता
उदाहरण
. राम कृष्न बँध इहै खंभारा।
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शोक , दुख ; घबराहट, खलबली
उदाहरण
. सुरनि मन पर्यो खंभारौ । -
भय , चिता
उदाहरण
. राम कृष्न बँध इहै खंभारा।
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शोक , दुख ; घबराहट, खलबली
उदाहरण
. सुरनि मन पर्यो खंभारौ । -
भय , चिता
उदाहरण
. राम कृष्न बँध इहै खंभारा।
खँभार के हिंदी अर्थ
संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग
- अंदेशा, चिंता
- घबराहट, व्याकुलता,
-
डर, भय
उदाहरण
. हरबर हरत खँभारु, निज शरणागत जनन को । भाषत अहौ तुम्हार करत अभय संसार ते । -
शोक
उदाहरण
. कौतुक बिलोकि लोकपाल हरि हर विधि, लोचननि चकाचौंधि चित्तन खँभारु सो ।
हिंदी ; संज्ञा, स्त्रीलिंग
- 'खँभारि' खँभारी'
खँभार के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- घबराहट, परेशानी, चिन्ता. 2. भय, दुःख
खँभार के तुकांत शब्द
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