khaprii meaning in bajjika
खपरी के बज्जिका अर्थ
संज्ञा
- मिट्टी का पात्र जिसमें बालू के साथ दाना भूंजा जाता है
खपरी के अवधी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- मिट्टी की कड़ाही जिसमें दाना आदि भूना जाता है
खपरी के कन्नौजी अर्थ
खुपरी
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- खोपड़ी, सिर
खपरी के कुमाउँनी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- जस्ता, जिंक, आसद
खपरी के बुंदेली अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- एक रोग जो ककड़ी आदि में लगता है
खपरी के तुकांत शब्द
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