khirnii meaning in braj
खिरनी के ब्रज अर्थ
स्त्रीलिंग
- फल विशेष , खिन्नी
खिरनी के हिंदी अर्थ
संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग
- एक प्रकार का ऊँचा और छतनार सदाबहार पेड जिसके हीर की लकडो लाल रंग की चिकनी, कडी और बहुत मजबूत होती है और कोल्हू बनाने तथा इमारत के काम आती है, यह बडी सरलता से खरादी भी जा सकती है
- इस वृक्ष का फल जो निमकोड़ी के आकार का, दूधिया और बहुत मीठा हौता है और गरमी के दिनों में पकता है
-
एक प्रकार का चावल
उदाहरण
. खरी (खिरनी) नामक विशेष चावल का मूल्य २०० दीनार से ३६ दीनार हो गया ।
खिरनी के अवधी अर्थ
- दे० खिन्नी
- एक बड़ा पेड़ और उसका फल जो मीठा होता है
खिरनी के बुंदेली अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- एक प्रकार का फल और उसका वृक्ष, खिन्नी
खिरनी के मगही अर्थ
हिंदी ; संज्ञा
- एक जंगली पेड़; उस पेड़ का पीले रंग का छोटा खट्टा-मीठा फल
खिरनी के मालवी अर्थ
संज्ञा, स्त्रीलिंग
- रेणा, एकमधुर फल, रायण|
खिरनी के तुकांत शब्द
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