kriyaaphal meaning in braj

क्रियाफल

क्रियाफल के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

क्रियाफल के ब्रज अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • यज्ञ आदि कर्मों से प्राप्त होने वाला फल
  • वेदांत में कर्म के चार फल

    विशेष
    . उत्पत्ति, आप्ति, विकृति, और संस्कृति, ये चार फल बताए गए हैं।

क्रियाफल के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • वेदांत की परिभाषा में कर्म के चार फल या परिणाम— उत्पत्ति, आप्ति, विकृति, और संस्कृति

    विशेष
    . मीमांसा के गुणकर्म या उसके फल के भी ये ही चार भेद किए गए हैं।

  • यज्ञ आदि कर्मों से प्राप्त होने वाला फल जो पुण्य, स्वर्ग-प्राप्ति आदि के रूप में होता है

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