कुंभी

कुंभी के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

कुंभी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • हाथी
  • मगर
  • गुग्गुल या वह पेड़ जिससे गुग्गुल निकलता है
  • एक जहरीला कीड़ा
  • पारस्कर के अनुसार एक राक्षस जो बच्चों को क्लेश देता है
  • एक प्रकार की मछली
  • आठ की संख्या

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • छोटा घड़
  • कायफल का पेड़
  • दंती का पेड़ , दाँती
  • पांडर का पेड़
  • तरबूज
  • बंसी
  • एक पेड़

    विशेष
    . इसकी लकड़ी इगारते और आरायसी चीजें बनाने में काम आती हैं । इसकी छाल से चमड़ा सिझाते और रस्सी बटते हैं, और फल, जिसे कुन्नी (खुन्नी) कहते हैं, पंजाब के लोग खुद खाते और पशुओं को खिलाते हैं । ८

  • एक बनस्पति जो जलाशयों में पानी के ऊपर फैलती है , जलकुंभी

    विशेष
    . इसके पत्ते चार पाँच अंगुल लंबे औऱ उतने ही चौडे तथा मोटे दल के होते हैं । इसकी जड़ भूमि में नहीं होती, बल्कि पानी पर सतह के नीचे होती है । यह फूलती फलती नहीं दिखाई देती, पर इसके बीज अवश्य होते हैं । इसकी बहुत सी जातियाँ होती हैं जिनकी पत्तीयाँ भिन्न भिन्न आकार के होती हैं । ८

  • एक नरक का नाम , कुंभीपाक नरक
  • सलई का पेड़
  • गनियारी या अर्णी का पेड़ा
  • तल , आधार

    उदाहरण
    . उन स्तंभो की कुंभियों (आधार) पर शिल्पियों ने एक एक करके 'अ' को छोडकर 'अ' से 'ट' तक के अक्षर खोद डाले हैं ।

कुंभी के अवधी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • छोटा कुंभ जो 6 वर्ष पर लगता है; बड़ा प्रति 12 वर्ष पर
  • छोटा कुंभ, जो ६ वर्ष पर आता है

कुंभी के ब्रज अर्थ

कुंभि

पुल्लिंग

  • दे० 'कुंभ'

    उदाहरण
    . अनंगराज सींचत कु भी लै लागौ प्रेमजई री ।


स्त्रीलिंग

  • दे० 'कुंभिका'

    उदाहरण
    . मोतं गए कुभी के जर ली, ऐसे वै निरमूले।

  • पानी पर फैलने वाली लता, जलकुभी

पुल्लिंग

  • हाथी

    उदाहरण
    . ककुभ कुंभि संकुलहि, गहरि हिमगिरि हिय फट्यो ।

  • m२. मगर ; कुंभीपाक नामक नरक

कुंभी के मगही अर्थ

संज्ञा

  • एक जलीय पौधा, जलकंभी; इस नाम का एक नरक, कुम्भीपाक
  • एक जलीय पौधा; जलकुंभी; एक नरक का नाम कुंभी पाक

कुंभी के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • जलपर पसरनिहार एक घास

Noun

  • water cress, a plant spreading on water surface.

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