kyaa meaning in braj
क्या के ब्रज अर्थ
सर्वनाम
- एक प्रश्नवाचक सर्वनाम
क्या के अँग्रेज़ी अर्थ
Pronoun
- what
क्या के हिंदी अर्थ
सर्वनाम
-
एक प्रश्नवाचक शब्द जो उपस्थित या अभिप्रेत वस्तु की जिज्ञासा करता है , उस वस्तु को सूचित करने का शब्द, जिसे पूछना रहता है कौन वस्तु ? कौन बात ? जैसे,—(क) तुम्हारे हाथ में क्या है ? (ख) तुम क्या करने आए थे ?
विशेष
. यद्यपि यह शब्द सर्वनाम है, तथापि इसमें वियक्ति नहीं लगती । इसी से वस्तु की जिज्ञासा के लिये दो सर्वनाम हैं— 'कौन' और 'क्या' । 'कौन ' मे विभक्ति लग सकती है, क्या में नहीं । 'क्या' के आगे संज्ञा आने से वह विशेषणवत् हो जाता है । जैसे,—क्या वस्तु ? इस शब्द के आगे अधिकतर वस्तु, पदार्थ, चीज आदि सामान्य शब्द विशेष्य रुप से आते हैं, विशेष जाति या व्यक्तिबोधक नहीं । - प्रश्नसूचक सर्वनाम
- कौन-सी बात; कौन-सी चीज़
- अभिप्रेत अथवा उदृिष्ट परंतु अव्यक्त तत्त्व, बात या वस्तु की ओर संकेत करने के लिए जैसे-मैं अच्छी तरह समझता हूँ कि तुम्हारे मन में क्या है ?
- तथ्य, स्थिति आदि जानने के लिए, प्रायः वाक्य के आरंभ में जैसे-(क) क्या तुम भी वहाँ जाओगे ? (ख) क्या सबेरा हो गया ?
विशेषण
- कितना ? किस कदर ? जैसे,—इस काम में तुम्हारा क्या खर्च पडा ?
- बहुत अधिक, बहुतायत से, इतना अधिक ऐसा, जैसे,—(क) क्या पानी बरसा कि सब तराबोर हो गए, (ख) क्या भीड थी कि तिल रखने को जगह न थी
- कैसा, किस प्रकार का, विलक्षण ढंग का, अपुर्व, विचित्र, जैसे,—(क) वह भी क्या आदमी है, (ख) क्या क्या लोग है
- बहुत अच्छा, बहुत उत्तम, कैसा उत्तम, जैसे,—बाबू साहब भी क्या आदमी है कि जो मिलता है, प्रसन्न हो जाता है
क्रिया-विशेषण
- क्यों ? किसलिये ? किस कारण ? जैसे,— (क) तुम मुझसे क्या कहते हो , मै कुछ नहीं कर सकता , (ख) अब हम वहाँ क्या जायँ
- नहीं , जैसे,—जब उसमें दम ही नहीं तो क्या चलेगा
अव्यय
- केवल प्रश्नसुचक शब्द जैसे,—क्या वह चला गया ?
क्या के यौगिक शब्द
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पंजाबी अर्थ :
की - ਕੀ
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