लाय

लाय के अर्थ :

लाय के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • आग , अग्नि , और

    उदाहरण
    . –बुरी आय आषाढ़ ने लाय लई ।

लाय के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • लपट, ज्वाला
  • आग, अग्नि

    उदाहरण
    . कबीर चित चंचल किया चहुँ दिसि लागी लाय । हरि सुमिरन हाथें घड़ा लीजे वेगि बुझाय ।

लाय के मगही अर्थ

हिंदी ; संज्ञा

  • आग; आग की लौ

लाय के मालवी अर्थ

विशेषण

  • आग, जंगल में दावाग्नि लगना, ईर्ष्या, असन्तोष, तेज गर्मी

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