lavNaasur meaning in braj
लवणासुर के ब्रज अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- मधु दैत्य के पुत्र का नाम
लवणासुर के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
मधु नामक असुर का पुत्र जो मथुरा में रहता था और जिसे रामचंद्र की आज्ञा से उनके छोटे भाई शत्रुघ्न ने मारा था
विशेष
. रामायण में इसकी कथा इस प्रकार है। सत्ययुग में दैत्य कुल में लोला के गर्भ 'मधु' नामक एक पुत्र उत्पन्न हुआ। उसने घोर तप द्वारा शिव की प्रसन्न करके उनसे एक शूल प्राप्त किया। फिर दूसरी बार तप करके उसने शिव से यह वर माँगा कि वह शूल कुल में सदा बना रहे। शिव ने ऐसा वर न देकर यह वर दिया कि शूल तुम्हारे ज्येष्ठ पुत्र को मिलेगा। विश्वावसु की कन्या अनला के गर्भ से कुंभीनसी नाम की एक कन्या थी। मधु ने उसके साथ विवाह किया और उसी के गर्भ से लवणासुर उत्पन्न हुआ। शूल पाकर वह अनेक प्रकार के अत्याचार करने लगा। जब रामचंद्र जी राजा हुए, तब ऋषियों ने जाकर उनकी दुहाई दी। राम की आज्ञा से शत्रुघ्न उसे मारने गए, और जिस समय उसके हाथ में शूल नहीं था, उस समय उसे मारा।
लवणासुर के तुकांत शब्द
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