madhya-jiivkalp meaning in hindi
मध्य-जीवकल्प के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- भू-विज्ञान के अनुसार इस पृथ्वी की रचना के इतिहास में, पाँच कल्पों में से चौथा कल्प जो पुरा कल्प के बाद और आज से प्रायः बारह से बीस करोड़ वर्ष पहले था और जिसमें अनेक प्रकार के विशाल काय जन्तुओं तथा पक्षियों की सृष्टि हुई थी (मेसोजोइक एरा) विशेष-शेष चार कल्प ये हैं-आदि कल्प, उत्तर कल्प, पुरा कल्प और नव कल्प
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