मैं

मैं के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

मैं के ब्रज अर्थ

सर्वनाम

  • स्वयं , खुद

    उदाहरण
    . मैं अज्ञान कहू नहिं समुझ्यौ परि दुख पुंज

मैं के हिंदी अर्थ

में

सर्वनाम

  • सर्वनाम उत्तम पुरुष में कर्ता का रूप, स्वयं, खुद
  • उत्तम पुरुष का कर्ता रूप; अहम्
  • स्वयं; ख़ुद

अव्यय

  • 'मै'
  • अधिकरण कारक का चिह्न, दे॰ 'में'

    उदाहरण
    . बिहरत वृंदा बिपिन मैं गोपिन सँग गोपाल । बिक्रम हृदै सदा बसौ इहि छबि सों नंदलाला ।


सर्वनाम

  • 'मैं'

    उदाहरण
    . ती में ढोटा नंद कौ, (जौ) पाँइन परि परि देंइ । . अपनी मति अनुसार श्री गीता पदार्थ बोधिनी बचनिका भाषा में ने करी है ।

मैं के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

मैं के कुमाउँनी अर्थ

मीं

सर्वनाम

  • उत्तम पुरुष, एक वचन का सर्वनाम-मैं, मी, मैं मुं

सर्वनाम

  • उत्तम पुरुष, सर्वनाम; मैं, मुं, म भी प्रयुक्त; 'मील' -मैंने; मीय- मुझसे, मी कणि-मुझे

मैं के बुंदेली अर्थ

सर्वनाम

  • अव्यय मय, सहित, मइ या मय जैसा उच्चारण नहीं है, उत्तम पुरूष का कर्ता का रूप

मैं के मगही अर्थ

क्रिया-विशेषण

  • मय, समेत, मिलाकर

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