मंत

मंत के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत
  • अथवा - मङ्त

मंत के कुमाउँनी अर्थ

  • मंगता, भिखारी, भिखमंगा, याचक

मंत के हिंदी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • सलाह

    उदाहरण
    . मैं जो कहों कत सुनु मंत भगवत सों विमूख ह्वै बालि फल कौन लीन्हों । . कंत सुन मंत कुल अंत किय अत, हानि हातो किजै हिय ये भरोसो भुज बीस को ।

  • तंत्र मत्र

    उदाहरण
    . तत मंत उच्चार देवि दरसिय मझि हव्विय ।

  • मत्र , सिद्धिदायक शब्दों का समूह , दे॰ 'मत्र—४'

    उदाहरण
    . सुनि आनंद्यौ चंद चित कीन मंत आरंभ । जप्प जाप हबि होम सब लाग्यो कज्ज असंभ । . चुगली कानाँ सुणण सूँ, मैलौ व्है गुर मंत ।

मंत के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मंत्र सलाह

मंत के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • दे० 'मंत्र'

    उदाहरण
    . कंत सों न मंत और गेह सों न नेह कछू ।

  • मत्त हाथी

    उदाहरण
    . कंत काढ़े मंस सुवा बन को सरकि गो ।

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