मरुआ

मरुआ के अर्थ :

  • अथवा - मरुवा, मरवा

मरुआ के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • बनतुलसी या बबरी की जाति के एक पौधे का नाम , नागबेल , नादबोई

    विशेष
    . यह पौधा बागों में लगाया जाता है । इसकी पत्तिय बबरी की पत्तियाँ से कुछ बड़ी, नुकीली, मोटी, नरम और चिकनी होती हैं जिनमें से उग्र गंध आती है । इसके दर देवताओं पर चढ़ाए जाते हैँ । इसका पेड़ ड़ेढ दो हाथ ऊँचा होता है और इसकी फुनगी पर कार्तिक अगहन में तुलसी के भाँति मंजरी निकलती है जिसमें नन्हें नन्हें सफेद फूल लगते हैं फूलों के झड़ जाने पर बीजो से भरे हुए छोटे छोटे बीजकोश निकल आते हैं जिनमें से पकने पर बहुत बीज निकलते हैं ये बीज पानी में पड़ने पर ईसबगोल की तरह फूल जाते हैं यह पौधा बीजों से उगता हे; पर यदि इसकी कोमल टहन या फुनगी लगाई जाय तो वह भी लग जाती है । रंग के भे से मरुआ दो प्रकार का होता है, काला और सफेद । काले मरुए का प्रयोग औषधि रूप में नहीं होता और केवल फूल आदि के साथ देवताओं पर चढ़ाने के काम आता है । सफेद मरुआ ओषधियों में काम आता है । वैद्यक में यह चरपरा, कड़ुआ, रूखा और रुचिकर तथा तीखा, गरम, हलका, पित्तवर्धक, कफ और वात का नाशक, विष, कृमि और कृष्ठ रोग नाशक माना गया है ।

    उदाहरण
    . अति व्याकुल भइ गोपिका ढूंढत गिरिधारी । बुझति हैं बनबेलि सों देर बनवारी । बूझा मरुआ कुंद सौ कहे गोद पसारी । बकुर बहुल बट कदम पै ठाढ़ी ब्रजनारी ।

  • मकान की छाजन में सब से ऊपर की बल्ली जिसपर छाजन का ऊपरी सिरा रहता है, बँड़ेर
  • जुलाहों के करघे में लकड़ी का वह टुकड़ा जो ड़ेढ वालिश्त लंबा और आठ अगुंल मोटा होता है और छत की कड़ी में जड़ा होता है
  • हिंड़ोले में वह ऊपर की लकड़ी जिसमें हिंड़ोला लटकाया जाता है या हिंडोले को लटकाने की लकड़ी जड़ी या लगाई जाती है

    उदाहरण
    . कंचन के खंभ मयारि मरुआ डाड़ी खचित होरा बीच लाल प्रवाल । रेसम बुनाई नवरतन लाई पालनो लटकन बहुत पिरोजा लाल ।

  • तुलसी की तरह का सुगंधित पत्तियों वाला एक जंगली पौधा

    उदाहरण
    . उसने मरुए को जड़ से उखाड़ दिया ।

  • वह लकड़ी का टुकड़ा जो जुलाहों के करघे में लगता है

    उदाहरण
    . जुलाहा मरुआ की मरम्मत कर रहा है ।

  • हिंडोले में ऊपर की वह लकड़ी जिसमें झूले की रस्सियाँ बँधी रहती हैं

    उदाहरण
    . हिंडोले का मरुआ मज़बूत होना चाहिए ।

  • एक पौधा जिसका मोटा अन्न खाया जाता है
  • खपरैल छाजन में मगरे पर रखने की लकड़ी
  • भात पकाने पर निकलने वाला पानी
  • हिंडोले में ऊपर की वह मज़बूत लकड़ी जिसमें झूले की रस्सियाँ बाँधी जाती हैं
  • बन-तुलसी की जाति का एक पौधा जो बागों में लगाया जाता है

हिंदी ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • माँड़

मरुआ के यौगिक शब्द

संपूर्ण देखिए

मरुआ के अवधी अर्थ

संज्ञा

  • एक पौदा जिसका पत्ता तथा फूल देवी को चढ़ाया जाता है; गीतों में प्राय: "दवना मरुअवा" (दे० दवना) आता है

मरुआ के बज्जिका अर्थ

मरवा

संज्ञा

  • बाजरे के समान एक अन्न

संज्ञा

  • विवाह का मण्डप

मरुआ के ब्रज अर्थ

पुल्लिंग

  • वन तुलसी विशेष दौना मरुआ

    उदाहरण
    . कूजा मरुआ कुंद सों कहें गोद पसारि।

  • हिंडोले के ऊपर की लकड़ी जिसमें हिडोला लटकाया जाता है

मरुआ के मगही अर्थ

देशज ; संज्ञा

  • एक मोटा अन्न और फसल, मँडुआ; ना दीवाल और छप्पर में लगा लकड़ी या पत्थर का ढाँचा

मरुआ के मैथिली अर्थ

  • देखिए : 'मडुआ'
  • मरुवक, तुलसी जातिक एक फूल

  • a plant of basil type.

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