मेद

मेद के अर्थ :

मेद के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • शरीर के अंदर की वसा नामक धातु, चर्बी

    विशेष
    . सुश्रुत के अनुसार मेद मांस से उत्पन्न धातु है जिससे अस्थि बनती है। भावप्रकाश आदि वैद्यक ग्रंथों में लिखा है कि जब शरीर के अंदर की स्वाभाविक अग्नि से मांस का परिपाक होता है, तब मेद बनता है। इसके इकट्ठा होने का स्थान उदर कहा गया है।

  • मोटाई या चर्बी बढ़ने का रोग
  • कस्तूरी और केशर आदि के योग से निर्मित एक प्रकार का सुगंधित द्रव्य, कस्तूरी

    उदाहरण
    . कहि केशव मेद जवादि सों माँजि इते पर आँजे में अंजन दै। . रचि रचि साजे चंदन चौरा। पोते अगर मेद औ गौरा।

  • एक औषधि
  • नीलम की एक प्रकार की छाया
  • एक अंत्यज जाति जिसकी उत्पत्ति मनुस्मृति में वैदेहिक पुरुष और निषाद स्त्री से कही गई है

मेद के पर्यायवाची शब्द

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मेद के यौगिक शब्द

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मेद के मगही अर्थ

हिंदी ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • शरीर की चर्बी
  • मोटापा

मेद के मैथिली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • देह की चर्बी

Noun, Masculine

  • fat in body

मेद के मालवी अर्थ

विशेषण

  • शरीर में निकला हुआ फोड़ा, गिल्टी, गाँठ, चरबी, मुटाई।

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