meerushikhar meaning in hindi
मेरुशिखर के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- मेरु की चोटी
-
हठयोग में माने हुए मस्तक के छह चक्रों मे से सबसे ऊपर का चक्र
विशेष
. इसका स्थान ब्रह्मरंघ्र, रंग अवर्णनीय और देवता चिन्मय शाकत है । इसके दलों की संख्या १०० और दलों का अक्षर ओंकार है । इसे सहस्रार भी कहते हैं ।
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