मों

मों के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

मों के ब्रज अर्थ

  • में

    उदाहरण
    . 6 जु बदन झाप्यो झुकि अचल, यहे न दुख मों मान ।

मों के हिंदी अर्थ

अव्यय

  • देखिए : 'में'

    उदाहरण
    . तनपोपक नारि नरा सिगरे । परनिंदक ते जग मों बगरे ।


सर्वनाम

  • खड़ी बोली के 'मुझ' के समान ब्रज और अवधी में 'मैं' का वह रूप जो असे कर्ताकारक के अतिरिक्त और किसी कारक का चिह्न लगने के पहले प्राप्त होता है, जैसे, मयु मोंको, मोंपै, इत्यादि

    उदाहरण
    . साहिव की आग्या है मोंऊँ । . काँपी भौंह पुहुप पर देखे । जनु ससि गहन तैस मोंहि लेखे ।

  • ब्रजभाषा में ' मैं ' का कर्ता से भिन्न अन्य कारकों में विभक्ति लगने से पहले बना हुआ रूप, जैसे-मोंको, मोंपै इत्यादि
  • मुझे, मुझको, अव्य० में, उदा०-खोलि कपाट महल मों जाहीं, -कबीर

मों के यौगिक शब्द

संपूर्ण देखिए

मों के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • मुँह, मुख, चेहरा

मों के मालवी अर्थ

सर्वनाम

  • मुझे

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