मूरि

मूरि के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

मूरि के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • मूल, जड़
  • जड़ी, बूटी, वनस्पति, जैसे, जीवनमूरि

    उदाहरण
    . सूरदास प्रभु बिन क्यौं जीवों जात सजीवन मूरि ।

मूरि के यौगिक शब्द

संपूर्ण देखिए

मूरि के अंगिका अर्थ

विशेषण

  • चावल का भूंजा जो फूला फोक रहता है, मूल जड़ जड़ी बूटी

मूरि के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • जड़ी बूटी

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