naag-yashTi meaning in hindi

नागयष्टि

  • स्रोत - संस्कृत

नागयष्टि के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • लकड़ी या पत्थर का वह खंभा जो पुष्करिणी या तालाब के बीचो-बीच जल में खड़ा किया जाता है , लाट , लट्ठा

    विशेष
    . हयशीर्ष और बृहस्पति के अनुसार यह लाट बेल, पुत्राग, नागकेसर, चंपा या बरने की लकडी की होनी चाहिए । लकडी सीधी और सुडौल हो । जलाशयोत्सर्गतत्व में लिखा है कि पहले आठों नागों के नाम अलग अलग पत्रों पर लिखकर जल से भरे कुंडों में डाल देने चाहिए । फिर जल को खूब हिलाकर एक पत्र हाथ में उठा लेना चाहिए । जिस नाग का नाम उस पत्र पर हो वही बनवाए हुए जलाशय का अधिपति होगा । उस नाग की पायस नैवेद्य से पूजा करके तब नागयष्टि की स्थापना करनी चाहिए ।

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