निधि

निधि के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

निधि के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • सम्पत्ति, खजाना. 2. कुबेर के नौ रत्न- पद्म, महापद्म, शंख, मकर, कच्छप, मुकुन्द, कुन्द, नील और खर्व

निधि के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Feminine

  • a treasure
  • fund

निधि के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • गड़ा हुआ खजाना , खजाना

    विशेष
    . पृथ्वी में गढ़ा हुआ धन यदि राजा को मिले तो उसे आधा ब्राह्मणादि को देकर आधा ले लेना चाहिए । विद्वान् ब्राह्मण यदि पावे तो उसे सब ले लेना चाहिए । यदि अपनि ब्राह्मण या क्षत्रिय आदि पावें तो राजा को उन्हें छठा भाग देकर शेष ले लेना चाहिए । यदि कोई निधि पाकर राजा को संवाद न दे तो राजा को उसे दंड देना चाहिए और सारा खजाना ले लेना चाहिए (मिताक्षरा) ।

  • कुबेर के नौ प्रकार के रत्न , ये नौ रत्न ये हैं—पदम, महापद्म, शंख, मकर, कच्छप, मुकुंद, कुंद नील और वर्च्च

    विशेष
    . ये सब निधियाँ लक्ष्मी की अश्रित हैं । जिन्हें ये प्राप्त होती है उन्हें भिन्न भिन्न रुपों में घनागम आदि होता है । जैसे पदमनिधि के प्रभाव से मनुष्य सोने, चाँदी ताँबे आदि का खूब उपभोग औग क्रयविक्रय करता है, महापदमनिधि की प्राति से रत्न, मोती, मुँगे आदि की अधिकता रहती है, इत्यादि । मार्कडेय पुराण इनमें अंतिम निधि को छोड़कर आठ निधि का उल्लेख करता है । अंतिम निधि वर्च्च को कहीं कहीं खर्ग नाग कहा गया है ।

  • समुद्र
  • आधार , घर , जैसे, जलनिधि, गुणनिधि
  • विष्णु
  • शिव
  • नौ की संख्या
  • जीवक नाम की ओषधि
  • नलिका नामक द्रव्य
  • व्यक्ति जो विविध गुणयुक्त हो
  • वह स्थान जहाँ संपत्ति, द्रव्य आदि रखा जाय

निधि के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

निधि के अवधी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • संपत्ति

निधि के ब्रज अर्थ

निद्धि, निधी

स्त्रीलिंग

  • खजाना ; गड़ा हुआ धन ; समुद्र ; आधार; विष्णु ; शिव ; कुबेर के नौ रत्न-पद्म, महापद्म, शंख, मकर, कच्छप, मुकुंद, कुंद, नील और खर्व

निधि के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • खजाना, भण्डार
  • सम्पदा, सञ्चित धन, सञ्चय

Noun

  • store.
  • treasure, fund.

अन्य भारतीय भाषाओं में निधि के समान शब्द

उर्दू अर्थ :

फ़ंड - فنڈ

रक़म - رقم

पंजाबी अर्थ :

पूंजी - ਪੂੰਜੀ

गुजराती अर्थ :

निधि - નિધિ

खजानो - ખજાનો

कोंकणी अर्थ :

निधी

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