nigrah-asthaan meaning in hindi
निग्रह-स्थान के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
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वाद-विवाद या शास्त्रार्थ में वह अवसर जहाँ दो शास्त्रार्थ करने वालों में से कोई उल्टी-पलटी या नासमझी की बात कहने लगे और उसे चुप कराके शास्त्रार्थ बंद कर देना पड़े
विशेष
. न्याय में जहाँ विप्रतिपत्ति (उलटा-पुलटा ज्ञान) या अप्रतिपति (अज्ञान) किसी ओर से हो वहाँ निग्रहस्थान होता है। जैसे, वादी कहे— आग गरम नहीं होती। प्रतिवादी कहे कि स्पर्श द्वारा गरम होना प्रमाणित होता है। इस पर वादी यदि बागल झाँकने लगे और कहे कि मैं यह नहीं कहता कि आग गरम होती, इत्यादि तो उसे चुप कर देना चाहिए या मूर्ख कहकर निकाल देना चाहिए। निग्रहस्थान 22 कहे गए हैं— प्रतिज्ञाहानि, प्रतिज्ञांतर, प्रतिज्ञा- विरोध, प्रतिज्ञासंन्यास, हेत्वंतर, अर्थांतर, निरर्थक, अविज्ञा-तार्थ, अपार्थक, अप्राप्तकाल, न्यून, अधिक, पुनरुक्त, अननु- भाषण, अज्ञान, अप्रतिभा, विक्षेप, मतानुज्ञा पर्य्यनुयोज्यो-पेक्षण, निरनुयोज्यानुयोग, अपसिद्धांत और हेत्वाभास। - न्यायदर्शन के सोलह पदार्थों या विषयों में से एक
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