निरंग

निरंग के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

निरंग के हिंदी अर्थ

विशेषण

  • जिसमें रंग न हो या जिसका कोई रंग न हो, रंगरहित, रंगहीन

    उदाहरण
    . पानी एक रंगहीन द्रव है।

  • जिसमें कुछ न हो, सिर्फ़, केवल, ख़ाली

    उदाहरण
    . यह दूध निरंग पानी है।

  • रूपक अलंकार का एक भेद

    विशेष
    . रूपक दो प्रकार का होता है- एक अभेद दूसरा ताद्रूत्य। अभेद रूपक भी तीन प्रकार का होता है- सम, अधिक और न्यून। इनमें से 'सम अभेंद रूपक' के तीन भेद हैं- संग या सावयब, निरंग या निरवयव और परंपरित। जहाँ उपमेय में उपमान का इस प्रकार आरोप होता है कि उपमान के और सब अंग नहीं आते वहाँ निरवयव या निरंग रूपक होता है। जैसे— 'रैन न नींद न चैन हिए छिनहूँ घर में कछु और न भावै। सीचन को अब प्रेमलता यहि के हिय काम प्रवेश लखावै'। यहाँ प्रेम में केवल लता का आरोप है उसके और अंगों या सामग्रियों का कथन नहीं है। निरंग या निरवयव रूपक भी दो प्रकार का होता है— शुद्ध और मालाकार। ऊपर जो उदाहरण है वह शुद्ध निरवयव का है क्योंकि उसमें एक उपमेय में एक ही उपमान का (प्रेम में लता का) आरोप हुआ है। मालाकार निरवयव वह है जिसमें एक उपमेय में बहुत से उपमानों का आरोप हो। जैसे— 'भँवर सँदेह की अछेह आपरत, यह गेह त्यों अनम्रता की देह दुति हारि है। दोष की निधान, कोटि कपट प्रधान जामें, मान न विश्वास द्रुम ज्ञान की कुठारी है। कहै तोष हरि स्वर्गद्बार की विघन धार, नरक अपार की विचार अधिकारी है। भारी भयकारी यह पाप की पिटारी नारी क्यों करि विचारि याहि भाखैं मुख प्यारी हैं।

  • बेरंग, बदरंग, विवर्ण
  • फीका, उदास, बेरौनक

    उदाहरण
    . सो धनि पान चून भई चोली। रंग रंगील, निरंग भई डोली।


संज्ञा

  • नींबू की जाति का एक मझोले आकार का पेड़

निरंग के पर्यायवाची शब्द

संपूर्ण देखिए

निरंग के अंगिका अर्थ

विशेषण

  • अंगहीन
  • होना बिना रंगा का, उदास, फीका

निरंग के ब्रज अर्थ

विशेषण

  • बदरंग, फीका

    उदाहरण
    . अधर निरंग अरु डर नख रेखे।

निरंग के मगही अर्थ

विशेषण

  • जिसमें कुछ और न हो, ख़ाली, सिर्फ़
  • बदरंग, बुरे रंग का, फीका, फीके स्वाद का

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा