nishaad meaning in hindi
निषाद के हिंदी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
-
एक बहुत पुरानी अनार्य जाति जो भारत में आर्य जाति के आने से पहले निवास करती थी इस जाति के लोग शिकार खेलते, मछलियाँ मारते और डाका डालते थे
विशेष
. पुराणों में जिस प्रकार और अनेक अनार्य जातियों की उत्पत्ति के संबंध में अनेक प्रकार की कथाएँ लिखी हुई हैं उसी प्रकार इस जाति की उत्पत्ति के संबंध में भी एक कथा है। अग्निपुराण में लिखा है कि जिस समय राजा वेणु की जाँघ मथी गई थी उस समय उसमें से काले रंग का एक छोटा-सा आदमी निकला था। वही आदमी इस वंश का आदि पुरुष था। लेकिन मनु के मत से इस जाति की सृष्टि ब्राह्मण पिता और शूद्रा माता से हुई है। मिताक्षरा में यह जाति क्रूर और पापी कही गई है।उदाहरण
. निषाद लोग चिड़ियाँ, मछली आदि मारने का काम करते थे। -
निषाद जाति का सदस्य
उदाहरण
. निषादों ने राम की बहुत आवभगत की। - छोटे-मोटे पशु-पक्षियों को फँसाने या मारने का काम करने वाला वह व्यक्ति जो उन्हें बेचकर अपनी जीविका का निर्वाह करता है
-
एक देश का प्राचीन नाम जिसका उल्लेख महाभारत, रामायण तथा कई पुराणों में है
विशेष
. महाभारत के अनुसार यह एक छोटा राष्ट्र था जो विनशान के दक्षिण-पश्चिम में था। संभवतः रामायणवाला शृगवेरपुर इस राज्य का राज्यनगर था। -
संगीत के सात स्वरों में अंतिम और सबसे ऊँचा स्वर जिसका संक्षिप्त रूप 'नि' है
विशेष
. इसकी दो श्रुतियाँ हैं—उग्रता और शोभिनी। नारद के अनुसार यह स्वर हाथी के स्वर के समान है और इसका उच्चारण स्थान ललाट है। व्याकरण के अनुसार यह दंत्य है। संगीतदर्पण के अनुसार इस स्वर की उत्पत्ति असुर वंश में हुई है। इसकी जाति वेश्य, वर्ण विचित्र, जन्म पुष्कर द्वीप में, ऋषि तुंबरु, देवता सूर्य और छंद लगती है। यह संपूर्ण जाति का स्वर है और करुण इसके लिए विशेष उपयोगी है। इसकी फुट तान 5040 हैं। इसका वार शनिवार और समय रात्री के अंत की 2 घड़ी 34 पल है। इसका स्वरूप गणेश जी के समान माना जाता है। - उक्त देश की प्राचीन भाषा जो आधुनिक भाषाविज्ञान की दृष्टि से मुंडा भाषाओं के वर्ग में गिनी जाती है
निषाद के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएनिषाद के मैथिली अर्थ
संज्ञा
- एक जाति
- सङ्गीतक सातम स्वर
Noun
- a caste
- seventh note of gamut
सब्सक्राइब कीजिए
आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।
क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा