पचीसी

पचीसी के अर्थ :

  • स्रोत - हिंदी

पचीसी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • एक ही प्रकार की २५ वस्तुओं का समूह , जैसे, वैताल पचीसी (पचीस कहानियों का संग्रह)
  • किसी की आयु के पहले २५ वर्ष , जैसे,—अभी तो उन्होंने पचीसी भी नहीं पार की
  • एक विशेष गणना जिसका सैकड़ा पचीस गाहियों अर्थात् १२५ का माना जाता है , आम, अमरूद आदि सस्ते फलों की खरीद बिक्री में इसी का व्यवहार किया जाता है
  • एक प्रकार का खेल जो चौसर की बिसात पर खेला जाता है

    विशेष
    . इसकी गोलियाँ भी उसी की सी होती हैं और उसी की तरह चली जाती हैं । अंतर केवल यह है कि इसमें पासे की जगह ७ कौड़ियाँ होती हैं जो खड़खड़ाकर फेंकी जाती हैं । चित और पट कौड़ियों की संख्या के अनुसार दाँव का निश्च होता है ।

पचीसी के अवधी अर्थ

  • जुये का एक खेल

पचीसी के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • पचीस सजातीय वस्तुओं का समाहार. 2. किसी के जीवन के प्रथम पचीस वर्ष. 3. पचीस वर्षों का समाहार. 4. एक प्रकार का जुआ

पचीसी के ब्रज अर्थ

स्त्रीलिंग

  • चौसर जैसा एक खेल ; पच्चीस वस्तुओं का समुदाय

पचीसी के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • कौड़ीक एक खेल

Noun

  • an indoor game of cowries.

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा