पड़ती

पड़ती के अर्थ :

  • स्रोत - हिंदी

पड़ती के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग, स्त्रीलिंग

  • जोतने बोने योग्य वह ज़मीन जो कुछ समय से खाली पड़ी हो, जोती बोई न गई हो, पड़ी हुई या बंजर ज़मीन।

पड़ती के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • बिना जुती हुई भूमि , पड़ी हुई जमीन , भूमि जिसपर कुछ काल से खेती न की गई हो

    विशेष
    . माल के कागजात में पड़ती के दो भेद किए जाते हैं— पड़ती जदीद और पड़ती कदीम । जो भूमि केवल एक साल से न जोती बोई गई हो उसको पड़ती जदीद और जो एक से अधिक सालों से न जोती बोई गई हो उसको पड़ती कदीम मानते हैं ।

पड़ती से संबंधित मुहावरे

  • पड़ती उठना

    पड़ती का जोता जाना, पड़ती पर खेती होना

  • पड़ती उठाना

    पड़ती को जोतना, पड़ती पर खेती आरंभ करना, ज़मींदार का इस आशा पर किसी पड़ती को खेती के योग्य बनाना और उसपर खेती आरंभ करना कि एक-दो साल के बाद कोई असामी उसे ले लेगा

  • पड़ती छोड़ना

    किसी खेत को कुछ समय तक यूँ ही छोड़ना, उसे जोतना-बोना नहीं जिसमें उसकी उर्वरा शक्ति बढ़ जाए

पड़ती के अंगिका अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • 'देखें' परती, खाली भूमि

पड़ती के तुकांत शब्द

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