paghar meaning in braj
पघर के ब्रज अर्थ
अकर्मक क्रिया, अकर्मक
-
पिघलना , द्रवीभूत होना
उदाहरण
. मैन तुरंग चढ़े पावक बिच, नाहीं पघर परगे ।
पघर के तुकांत शब्द
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