परिहत

परिहत के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

परिहत के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • हल के अंतिम और मुख्य भाग की वह सीधी खड़ी लकड़ी जिसमें ऊपर की ओर मुठिया होती है और नीचे की ओर हरिस तथा तरेली या चौभी ठुँकी रहती है, नगरा
  • वह नगरा जिसमें तरेली की लकड़ी अलग से नहीं लगानी पड़ती किंतु जिसका निचला भाग स्वयं ही इस प्रकार टेढ़ा होता है कि उसी को नोकदार बनाकर उसमें फाल ठोंक दिया जाता है

विशेषण

  • मृत, मुरदा, नष्ट, मरा हुआ
  • शिथिल, अस्तव्यस्त, ढीला ढाला

    उदाहरण
    . कौन कौन तुम परिहतवसना म्लानमना, भूपतिता सी, ।

परिहत के बज्जिका अर्थ

संज्ञा

  • हल का वह अंश जो जोतते समय हाथ से पकड़ा जाता है (परिहस्त)

सब्सक्राइब कीजिए

आपको नियमित अपडेट भेजने के अलावा अन्य किसी भी उद्देश्य के लिए आपके ई-मेल का उपयोग नहीं किया जाएगा।

क्या आप वास्तव में इन प्रविष्टियों को हटा रहे हैं? इन्हें पुन: पूर्ववत् करना संभव नहीं होगा