पेड़ी

पेड़ी के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

पेड़ी के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • ऊपर-ऊपर काट लिये गये वृक्ष के तने का जड़ सहित बचा हुआ भाग, वृक्ष या पौधे का तना

पेड़ी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • वृक्ष की पींड़, पेड़ का तना, धड़, कांड
  • मनुष्य का धड़, शरीर का ऊपरी भाग
  • पान का पुराना पौधा, जैसे, पेड़ी का पान
  • पुराने पौधे के पान, वह पान जो पुराना तोड़ा हुआ तो न हो, पर पुराने पौधों में बाद में हुआ हो

    उदाहरण
    . हौं तुम्ह नेह पियर भा पानू । पेड़ी हुँत सोनरास बखानू ।

  • वह कर जो प्रति बृक्ष पर लगाया जाय, ६ वह खेत जिसमें पहले ऊख बोया गया हो और जो फिर जौ या गेहूँ बोने के लिये जोता जाय
  • एक बार का काटा हुआ नील का पौधा
  • दे॰ 'पैड़ी'

पेड़ी के अवधी अर्थ

  • गन्ने का पेड़ जो खोदा न जाय और जिसकी जड़ में से कई बार गन्ना होता रहे

पेड़ी के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • किसी लता का सबसे नीचे अर्थात भूमि के पास वाला तना, ईख को बोकर तैयार की हुई फसल

पेड़ी के मालवी अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग, स्त्रीलिंग

  • चढ़ाव, सीढ़ियाँ, जीना, महाजनी की जगह।

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