फाँस

फाँस के अर्थ :

फाँस के अँग्रेज़ी अर्थ

Noun, Feminine

  • a noose, snare
  • knot
  • trap
  • tiny thorn-like splinter (of a bamboo, etc.)

फाँस के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • रस्सी में बनाया हुआ वह फंदा जिसमें पशु पक्षियों को फंसाया जाता है, पाश, बंधन, फंदा

    उदाहरण
    . माया मोह लोभ अरु मान । ए सब त्रय गुण फाँस समान ।

  • उँगली आदि में चुभ जाने वाला बाँस आदि का कड़ा रेशा; किरिच, बाँस, सूखी लकड़ी आदि का कड़ा तँतु जो शरीर में चुभ जाता है , बाँस या काठ का कड़ा रेशा जिसकी नोक काँटे की तरह हो जाती है , महीन काँटा

    उदाहरण
    . नस पानन की काढ़ै हेरी । अधर न गड़े फाँस तेहि केरी । . करकि करेजे गड़ि रही वचन वृक्ष की फाँस । निकसाए नकसै नहीं रही सो काहू गाँस ।

  • वह रस्सी जिसका फंदा डालकर शिकारी पशु पक्षी फँसाते हैं

    उदाहरण
    . वरुण फाँस ब्रजपतिहिं छिन माहिं छुड़ावै । दुखित गयंदहि जानि के आपुन उठि घावै । . दृष्टि रही ठग- लाड़ू, अलक फाँस पड़ गीव । जहाँ भिखारि न बाँचइ तहाँ बँचई को जीव?—जायसी (शब्द॰) ।

  • बाँस, बेंत आदि को चीरकर बनाई हुई पतली तीली , पतली कमाची

    उदाहरण
    . अमृत ऐसे बचन में रहिमन रस की गाँस । जैसे मिसिरिहु में मिली निरस बाँस की फाँस ।

  • (लाक्षणिक-अर्थ) मन में चुभने या खटकने वाली बात, वह कसक या मानसिक व्यथा जो सदा तो न रहे पर समय-समय पर किसी बात या मनुष्य के स्मरण से होती हो

फाँस के पर्यायवाची शब्द

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फाँस के यौगिक शब्द

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फाँस से संबंधित मुहावरे

  • फाँस चुभना

    जी में खटकने वाली बात होना, कसकने वाली बात होना, ऐसी बात होना जिससे चित्त को दुःख पहुँचे

  • फाँस निकलना

    ऐसी वस्तु या व्यक्ति का न रह जाना जिससे दुःख या खटका हो, कष्ट पहुँचाने वाली वस्तु का हटना, कंटक दूर होना

  • फाँस निकालना

    ऐसी वस्तु या व्यक्ति को दूर करना जिससे कुछ कष्ट या बात का खटका हो, कंटक दूर करना

फाँस के अवधी अर्थ

संज्ञा

  • जिसमें कुछ फँसा हो

    उदाहरण
    . बाँस फाँस औ मीसरी एकै संग बिकाय

फाँस के कन्नौजी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • बाँस आदि का कड़ा रेशा जो काँटे की तरह चुभ जाय. 2. किसी को पकड़ने या फँसाने के लिए बनाया गया एक प्रकार का फंदा. 3. मन में चुभने या खटकने वाली बात. चुभिबो- किसी बात का दिल में चुभना

फाँस के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • काँटा, बाँस आदि का कड़ा रेशा जो काँटे की तरह शुभ जाये, किरिच, मन में चुभने-खटकन वाली बात (चुभना, निकलना, निका- लना) बाँस आदि की पतली तीली

फाँस के गढ़वाली अर्थ

फांस', फांस

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • पशु-पक्षियों को फंसाने की रस्सी, फंदा; जाल, बंधन |

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • फाँक; चुभने वाली बारीक काँटे जैसी वस्तु

Noun, Feminine

  • noose, a knot or a net.

Noun, Feminine

  • slice; very thin and small splinter or thorn which causes pain when penetrates in the skin.

फाँस के बघेली अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • बाँस या लकड़ी की पतला रेखा

फाँस के बुंदेली अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • बाँस या लकड़ी का पतला किन्तु मजबूत रेशा जो काँटे की तरह चुभ जाये, खिसका कर छोटा बड़ा किया जाने योग्य फन्दा

फाँस के ब्रज अर्थ

फास

सकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग

  • फंदा , फांसा ; एक प्रकार की लंबी घास ; पतली कमाची

    उदाहरण
    . पति फूले फास ।

  • किसी पशु, पक्षी आदि को फंदे में फँसाना ; वश में करना ; अनुचित संबंध स्थापित करना

फाँस के मगही अर्थ

अरबी ; संज्ञा

  • फाँसी लगाने की रस्सी; बरतन के गले में फँसाने की रस्सी; पतला काँटा या खमाची, बंधन

फाँस के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • फन्दा

Noun

  • noose, snare.

फाँस के मालवी अर्थ

  • पाश, फंदा, जाल, कमंद, चमड़ी में फाँस (बारीक तिनका ) घुस जाना।

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