फटक

फटक के अर्थ :

फटक के हिंदी अर्थ

संस्कृत ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • बिल्लौर पत्थर, स्फटिक

    उदाहरण
    . सेत फटक जस लागै गढ़ा । बाँध उठाय चहूँ गढ़ मढ़ा । . सेत फटक मनि हीरै बीधा । इहि परमारथ श्री गोरष सीधा ।


क्रिया-विशेषण

  • तत्क्षण, झट

    उदाहरण
    . कह गिरिधर कविराय सुनो हो मेरे नोखे । गयो फटक ही टूटि चोंच दाड़िम के धोखे ।


हिंदी ; संज्ञा, पुल्लिंग

  • लटकने या पछोरने की वस्तु, सुप, छाज

    उदाहरण
    . मूँग मसूर उरद चनदारी । कनक फटक धरि फटकि पठारी ।

फटक के अंगिका अर्थ

संज्ञा, पुल्लिंग

  • सूप से अन्न साफ करने की क्रिया, तत्क्षण, झटपट

फटक के कुमाउँनी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • छोटी कूद, कूदने की क्रिया

फटक के ब्रज अर्थ

सकर्मक क्रिया

  • १, फट फट शब्द करना, २, वस्त्र को झटके से झाड़ना; पटकना ; सूप से अनाज को हिला हिलाकर साफ करना; रुई आदि को फटके से घुनना

पुल्लिंग

  • स्फटिक

फटक के मैथिली अर्थ

संज्ञा

  • फड़की, बाँसक केबाड़ गेट,

Noun

  • door (usually of bamboo).

फटक के मालवी अर्थ

क्रिया

  • अनाज आदि को सूप में डालकर फटकना या साफ करना।

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