pitt-pathrii meaning in hindi

पित्त-पथरी

पित्त-पथरी के अर्थ :

  • स्रोत - संस्कृत

पित्त-पथरी के हिंदी अर्थ

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • एक रोग जिसमें पित्ताशय अथवा पित्तवाहक नालियों में पित्त की कंकड़ियाँ बन जाती हैं

    विशेष
    . ये कंकड़ियाँ पित्त के अधिक गाढ़े हो जाने, उसमें कोलस्ट्रामई नामक द्रव्य की अधिकता अथवा उसके उपादानों में कोई विशेष परिवर्तन होने से उत्पन्न होती हैं। यद्यपि ये पित्ताशय में बनती हैं, तथापि यकृत और पित्त प्रणालियों में भी पाई जाती हैं। इस रोग में आहार के अंत में पेट में पीड़ा होती है और पित्ताशय में जलन मालूम होती है। स्पर्श करने से उसमें छोटी-छोटी पथरियाँ सी जान पड़ती हैं और वह कड़ा, बढ़ा हुआ और पत्थर का सा मालूम होता है। कुछ हद तक इस रोग की स्थिति होने से कामला, आँतों के कार्य में रुकावट और यकृत में फोड़ा आदि अन्य रोग होते हैं।

पित्त-पथरी के मैथिली अर्थ

पित-पथरी

संज्ञा, स्त्रीलिंग

  • पित्ताशय में पथरी बन जाने का रोग

Noun, Feminine

  • stone formed in gall bladder.

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