praaN meaning in bajjika
परान के बज्जिका अर्थ
संज्ञा
- प्राण
परान के अँग्रेज़ी अर्थ
Noun, Masculine
- life
- vital breath, vital air
- vitality
- soul, spirit
- sweetheart
- (in Gram.) aspiration in the articulation of letters
परान के हिंदी अर्थ
प्राण, प्रान, पराण
संज्ञा, पुल्लिंग
- वह वायु या हवा जो साँस के साथ अंदर जाती और बाहर निकलती है, वायु, हवा
-
शरीर की वह वायु जिससे मनुष्य जीवित रहता है
विशेष
. हिंदुओं के शास्त्रों में देश भेद से दस प्रकार के प्राण माने गए हैं जिनके नाम प्राण, अपान, व्यान, उदान, समान, नाग, कूर्म, कृकिल, देवदत्त और धनंजय हैं। इनमें पहले पाँच (प्राण, अपान, व्यान, उदान और समान) मुख्य हैं और पंचप्राण कहलाते हैं। ये सबके सब मुनुष्य के शरीर के भिन्न-भिन्न स्थानों में काम किया करते हैं और उनके प्रकोप करने से मनुष्य के शरीर में अनेक प्रकार के रोग उठ खड़े होते हैं। इन सबमें प्राण सबसे प्रधान और मुख्य है। जिस वायु को हम अपने नथुने द्वारा साँस से भीतर ले जाते हैं उसे प्राण कहते हैं। इसी पर मनुष्य, पशु आदि जंतुओं का जीवन है। इस वायु का मुख्य स्थान हृदय माना गया है। प्राण धारण करने ही के कारण साँस लेने वाले जंतुओं को प्राणी कहते हैं। मरने पर श्वास, प्रश्वास, या वायु का गमनागमन बंद हो जाता है; इसलिए लोगों का कथन है कि मरने पर प्राण निकल जाते हैं। शास्त्रों में आँख, कान, नाक, मुँह, नाभि, गुदा, मूर्त्रंद्रिय और व्रह्मरंध्र आदि प्राणों के निकलने के मार्ग माने गए हैं। लोगों का कथन है कि मरने के समय मनुष्य के शरीर से जिस इंद्रिय के मार्ग से प्राण निकलते हैं, वह कुछ अधिक फैल जाती है और ब्रह्मरंध्र से निकलने पर खोपड़ी चिटक जाती है। लोगों का विश्वास है कि जिस मनुष्य के प्राण नाभि से ऊपर के मार्गों से निकलते हैं उसकी मदगति होती है और जिसके प्राण नाभि से नीचे के मार्गों से निकलते हैं उसकी दुर्गति या अधोगति होती है। ब्रह्मरंध्र से प्राण निकलने वाले के विषय में यह प्रसिद्ध है कि उसे निर्वाण या मोक्ष पद प्राप्त होता है। प्राण शब्द का प्रयोग प्राय: बहुवचन में ही होता है।उदाहरण
. कह कथा अपनी इस घ्राण से, उड़ गए मधु सौरभ प्राण से। - जैन शास्त्रानुसार पाँच इंद्रियाँ— मनोबल, वाक्बल, और कायबल नामक त्रिविध बल तथा उच्छवास, विश्वास और वायु इन सबका समूह
- शरीर में स्थित पंचवायु में से एक जो मुख प्रदेश में संचरण करती है, श्वास, साँस
- छांदोग्य ब्राह्मण के अनुसार प्राण, बाक्, चक्षु श्रोत्र और मन
- वाराहमिहिर और आर्यभट्ट आदि के अनुसार काल का वह विभाग जिसमें दस दीर्घ मात्राओं का उच्चारण हो सके, यह विनाडिका का छठा भाग है
- पुराणानुसार एक कल्प का नाम जो ब्रह्मा के शुक्ल पक्ष को षष्ठी के दिन पड़ता है
- बल, शक्ति
-
वह शक्ति जो जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों आदि में रहकर उन्हें जीवित रखती और उन्हें अपनी सब क्रियाएँ चलाने में समर्थ करती है, प्राणियों की वह चेतन शक्ति जिससे वे जीवित रहते हैं, जीवनशक्ति, जीवन, जान
विशेष
. इस शब्द के साथ अंत में पति, नाथ, कांत आदि शब्द समस्त होने पर पद का अर्थ प्रेमी या पति होता है।उदाहरण
. अंगद दीख दसानन बैसा। सहित प्राण कज्जल गिरि जैसा। . प्राण दिए घन जायँ दिए सब। केशव राम न जाहिं दिए के चलाचल में तब तो चले न अब चाहत कितै चले। - वह जो प्राणों के समान प्यारा हो, परम प्रिय
- वैवस्वत मन्वंतर के सप्तर्षियों में से एक ऋषि
- हरिवंश के अनुसार धर नामक वसु के एक पुत्र का नाम
- यकार वर्ण
- एक साम का नाम
- ब्रह्म
- ब्रह्मा
- विष्णु
- धाता के पुत्र का नाम
- अग्नि, आग
- पराण
- एक गंध द्रव्य
- मूलाधार में रहने वाली वायु
-
पराण
उदाहरण
. साँई तेरे नाँव परि सिर जीव करूँ कुरबान। तन मन तुम परि बारणौं, दादू पिंड पराण। -
प्रान
उदाहरण
. जय जय दशरथ कुल कमल भान। जय कुसुद जनन शशि प्रजा प्रान। -
परान
उदाहरण
. आजु कया पिंजर- बँध टूटा। आजु परान परेवा छूटा। . वाणी विमल पंच पराना। पहिली सीस मिले अगवाना।
परान के पर्यायवाची शब्द
संपूर्ण देखिएपरान के यौगिक शब्द
संपूर्ण देखिएपरान से संबंधित मुहावरे
परान के अंगिका अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- प्राण
परान के अवधी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- प्राण
- जिउ, परान
- पुरा हृदय
परान के कन्नौजी अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- प्राण
- प्राणनाथ, स्वामी
परान के कुमाउँनी अर्थ
प्राण, पराण
संज्ञा, पुल्लिंग
- जीवन
- वायु
- जीवनाधार रूपी वायु, साँस
- प्राणनाथ (पति के लिए परंपरागत सम्बोधन)
- बल
परान के गढ़वाली अर्थ
पराण
संज्ञा, पुल्लिंग
- जीवनदायिनी शक्ति, प्राण
Noun, Masculine
- life, vital force, breath, spirit.
परान के बघेली अर्थ
संज्ञा, पुल्लिंग
- प्राण, जान
- प्राणप्रिय
- पुत्र
परान के बुंदेली अर्थ
प्रान
संज्ञा, पुल्लिंग
- प्राण
परान के ब्रज अर्थ
प्राण
पुल्लिंग
-
जीवनी शक्ति, स्वास, जीवन, परान
उदाहरण
. हरि के देखत तजे परान।
परान के मगही अर्थ
संज्ञा
- प्राण, जीव
- जीवन, जान, साँस
परान के मैथिली अर्थ
प्राण
संज्ञा
- जीवन
- जीवनतत्व (जो एक वायु (श्वास) को समझा जाता है)
- जैव चेतना जो वायुरूप माना गया है
Noun
- life, active force in animals and plants conceived as respiratory air.
अन्य भारतीय भाषाओं में प्राण के समान शब्द
पंजाबी अर्थ :
जान - ਜਾਨ
गुजराती अर्थ :
प्राण - પ્રાણ
श्वास - શ્વાસ
उर्दू अर्थ :
जान - جان
कोंकणी अर्थ :
प्राण
प्राण के तुकांत शब्द
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